भगवान मुरुगन, मुझे क्षमा करें और मेरी पत्नी को बचाएं। भगवान मुरुगन, मुझे क्षमा करें और मेरी पत्नी को बचाएं।
धीरे धीरे चंदन के सभी वृक्ष खत्म हो लगे और आखिर में सिर्फ एक वृक्ष बचा धीरे धीरे चंदन के सभी वृक्ष खत्म हो लगे और आखिर में सिर्फ एक वृक्ष बचा