शाकाल को अपने जानी दुश्मन विजय और रवि की याद आई ! शाकाल को अपने जानी दुश्मन विजय और रवि की याद आई !
जुआ में ये सब चलता है कभी हार, कभी जीत, चल अब चले। जुआ में ये सब चलता है कभी हार, कभी जीत, चल अब चले।