झर झर बहते आँसू पोंछते हुए रज़िया ने कहा “दो मीठे बोल” की भूखी हूँ ,बिटिया। झर झर बहते आँसू पोंछते हुए रज़िया ने कहा “दो मीठे बोल” की भूखी हूँ ,बिटिया।
महोदय दो दिन से मेरे साथ क्या समस्या है? यह तो न जानने की कोशिश की आपने और ना ही पूछने की... महोदय दो दिन से मेरे साथ क्या समस्या है? यह तो न जानने की कोशिश की आपने और ना ही...
आइए एक प्रण करें खुद से कि चाहें कुछ भी हो जाये अपनी बेटियों के सपनों को सच बनाने में उनके सपनों के ... आइए एक प्रण करें खुद से कि चाहें कुछ भी हो जाये अपनी बेटियों के सपनों को सच बनान...
लेकिन मजाल है कि कहीं पर भी किसी प्रकार की गंदगी नजर आ जाए। लेकिन मजाल है कि कहीं पर भी किसी प्रकार की गंदगी नजर आ जाए।
नारी समाज की दर्पण है ।राष्ट्र की गरिमा ,प्रतिष्ठा ,और समृद्धि नारी से ही है । नारी समाज की दर्पण है ।राष्ट्र की गरिमा ,प्रतिष्ठा ,और समृद्धि नारी से ही है ।
जीवन भी कितने रंगों से भरा रंगबिरंगा, जिसमें सबसे गहरा रंग है लक्ष्मी का. उसकी कृपा नाराजगी मनुष्य क... जीवन भी कितने रंगों से भरा रंगबिरंगा, जिसमें सबसे गहरा रंग है लक्ष्मी का. उसकी क...