क्यों बेटी को बोझा समझते है बेटियों क्यों नहीं समझ पाते। आ बेटी यह तेरा ही घर हैं। क्यों नही बदल पा ... क्यों बेटी को बोझा समझते है बेटियों क्यों नहीं समझ पाते। आ बेटी यह तेरा ही घर है...
दहेज उत्पीडन के झूठे फैसले के चलते लड़के वालों को सही होते हुए भी कितनी परेशानी झेलनी पड़ती है इसी का ... दहेज उत्पीडन के झूठे फैसले के चलते लड़के वालों को सही होते हुए भी कितनी परेशानी झ...
आज संजय के क़दम सियारूपी बेड़ियों से आज़ाद हो कर उजाले की ओर बढ़ चले थे, परन्तु उसने इन उजालों की क़... आज संजय के क़दम सियारूपी बेड़ियों से आज़ाद हो कर उजाले की ओर बढ़ चले थे, परन्तु ...