लेखक: मिखाइल जोशेन्का अनुवाद: आ. चारुमति रामदास लेखक: मिखाइल जोशेन्का अनुवाद: आ. चारुमति रामदास
थोड़ी देर में मैं उस ताबूत में लेटा हुआ था और मैक तेजी से लकड़ियां ट्राली में भर रहा था। थोड़ी देर में मैं उस ताबूत में लेटा हुआ था और मैक तेजी से लकड़ियां ट्राली में भर र...