कितना लिखूं, क्या-क्या लिखूं ? कितना कुछ है लिखने को। कितना लिखूं, क्या-क्या लिखूं ? कितना कुछ है लिखने को।
दोनों जब एक साथ कोई काम करती थी तो ज़बरदस्त होता था इसीलिए शायद लोग कहते है कि एक औऱ एक दोनों जब एक साथ कोई काम करती थी तो ज़बरदस्त होता था इसीलिए शायद लोग कहते है कि एक...
मैं प्रथम बिजनेस यात्रा जाने पर बहुुुत उत्साहित ख़़ुश था लेकिन मन में तरह-तरह के डर भी मैं प्रथम बिजनेस यात्रा जाने पर बहुुुत उत्साहित ख़़ुश था लेकिन मन में तरह-तरह के...
अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद एकाकी एक वृद्ध व्यक्ति की कहानी है जो कि मुंबई की ताज होटल पर हुए आतंकवा... अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद एकाकी एक वृद्ध व्यक्ति की कहानी है जो कि मुंबई की ता...