जानकी जी ने उसका निबन्ध चुपचाप अपने बैग में रख लिया । जानकी जी ने उसका निबन्ध चुपचाप अपने बैग में रख लिया ।
आप आज वह देवी हो जिसने मुझे अपशगुनी बनाने से बचाया है।" आप आज वह देवी हो जिसने मुझे अपशगुनी बनाने से बचाया है।"
सुरभि और सुमित ने हाथ जोड़कर सबसे अपनी गलत सोच के लिए माफी मांगी। सुरभि और सुमित ने हाथ जोड़कर सबसे अपनी गलत सोच के लिए माफी मांगी।
रागिनी की मां - "ये आप क्या कह रही है बहनजी।" मालिनी - "जो कह रही हूं बिल्कुल सही कह रही हूं; ये ... रागिनी की मां - "ये आप क्या कह रही है बहनजी।" मालिनी - "जो कह रही हूं बिल्कुल...