विनोद विप्लव को भारत रत्न

विनोद विप्लव को भारत रत्न

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नई दिल्ली, 19 अक्तूबर। अप्रसिद्ध पत्रकार विनोद विप्लव को भारत के सर्वोच्च सम्मान “भारत रत्न” से सम्मानित करने का फैसला किया गया है।

विनोद विप्लव को भारत रत्न से सम्मानित करने का फैसला कल रात खुद विनोद विप्लव ने किया।

इस फैसले को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा नहीं जा रहा है। राष्ट्रपति विनोद विप्लव को भारत रत्न से सम्मानित नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री के अलावा समाज के विभिन्न वर्गों की जानी—मानी हस्तियां विनोद विप्लव को भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए आयोजित होने वाले समारोह में हिस्सा नहीं लेंगें।

विनोद विप्लव ने भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि उन्होंने जीवन में वैसे तो ढेर सारे काम नहीं किए और जो भी काम किए वे उल्लेखनीय नहीं रहे। ऐसे में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किए जाने का फैसला ‘देर से आए दुरूस्त आए’ की तरह है। हालांकि उन्हें काफी पहले ही भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए था लेकिन उन्हें इस बात पर संतोष है कि उन्हें देर से ही सही भारत रत्न देने का बिल्कुल सही फैसला किया गया।

विनोद विप्लव ने अपने जीवन में कई पुस्तकें लिखी हैं जिनमें कई कूड़ा है। उनकी कोई भी पुस्तक ऐसी नहीं है जिसे पढ़ा जा सके। हालांकि इस दुनिया में कई ऐसे मूर्ख पाठक है जो उनकी कूड़ा पुस्तकों को भी पढ़ने की मूर्खता करते हैं।

समाज के अनेक वर्ग के लोगों ने विनोद विप्लव को भारत रत्न से सम्मानित करने के फैसले पर खुशी जताई है और इस फैसले को बिल्कुल सही बताया है।

गौरतलब है कि केन्द्र सरकार वीर सावरकर को भारत रत्न देने पर विचार कर रहीं है।

(नोट — यह व्यंग्य नहीं है। )


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