फिर हर बेटी को चंदन की बेटी की ही तरह जन्म लेने से पहले पुकारना होगा फिर हर बेटी को चंदन की बेटी की ही तरह जन्म लेने से पहले पुकारना होगा
किताब की भाषा तो सभी पढ़ लेते हैं पर... बुढापे के दर्द की भाषा विरले ही संतान पढ पाते !” किताब की भाषा तो सभी पढ़ लेते हैं पर... बुढापे के दर्द की भाषा विरले ही संतान पढ ...