Vimla Jain

Children Stories Inspirational

4.5  

Vimla Jain

Children Stories Inspirational

साहसी बच्चों की होशियारी

साहसी बच्चों की होशियारी

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कभी-कभी बच्चे की होशियारी कर जाते हैं कि कोई सोच भी नहीं सकता पर उससे बड़े-बड़े गुनहगार पकड़े जाते हैं और अनहोनी होने से भी बच जाती है। देश के संकट भी टल जाते हैं। उन बच्चों ने भी ऐसा ही करा और आतंकवादियों को पकड़वाया। प्रस्तुत कहानी उसी पर है।

एक महानगर में एक परिवार रहता था ।पति पत्नी बेटा और बेटी सब हंसी खुशी से रहते थे ।उनके पास में मकान अच्छा बड़ा था। तो उन्होंने ऊपर का माल जिसमें 2 कमरे थे पेइंग गेस्ट रखने के लिए रखा था। कुछ दिन पहले ही उनके पुराने पेइंग गेस्ट लड़के सेशन खत्म होने के कारण वापस सब अपने अपने घर चले गए थे ।रूम खाली थे तो दो लड़के देखने आए ।अच्छे भले दिख रहे थे ।उन्होंने बोला हम एक एक रूम में दो दो जने रहेंगे।

इस तरह चार लड़के उस मकान को किराए पर लेकर चले गए ।2 दिन बाद में वे अपने सामान के साथ वहां रहने आ गए।

घर वालों ने जब उनका सामान देखा, तब उनको लगा यह मकान किराए लेने आए हैं ।साल भर यहां रहना चाहते हैं। पर इतना सा सामान ।पर उन्होंने उनको कुछ बोला नहीं ।बस उन लोगों के पास में अलग-अलग लैपटॉप थे छोटा सा छोटा सा बैग था ।और एक बड़ा सा बैग था जो बंद था। और कोई सामान नहीं। उनलोगों को इतना ज्यादा अजीब नहीं लगा। और उन्होंने उनसे कुछ पूछा भी नहीं ।

उनको रहते हुए पांच 7 दिन हुए होंगे। उनसे मिलने के लिए दो लड़के और आए ।यह लड़के एकदम अलग ही स्टाइल के थे। देखते ही डर लगे जैसे गुंडा टाइप ।और वे रूम में गए और धीरे-धीरे बातें करने लगे।

मकान मालिक की लड़की और लड़का दोनों को बड़ा अजीब लग रहा था ,तो वह जब दोनों लड़के ऊपर गये।लड़की और लड़का चुपचाप धीरे-धीरे ऊपर गए ।और उनके कमरे के साइड में खड़े दरवाजे के पीछे छुप कर उनकी बातें सुनने लगे ।तो उनको कुछ संदेह जनक नजर आया ।उनको पता लगा यह आतंकवादी हमले की तैयारी कर रहे हैं।लैपटॉप पर कहां का बम रखना है, उसके नक्शे बना रहे हैं ।तो बहन ने भाई को इशारा करा, कि तू चुपचाप जाकर के पापा को बता ।

और पुलिस कंप्लेंट कर दे ।

भाई तो आहिस्ता आहिस्ता सीढ़ियां उतर गया, और उसमें जाकर अपने पापा को बोला, और फोन करके पुलिस कंप्लेंट भी कर दी। मगर बहन जब उतर रही थी तो उसके पांव से कुछ गिरने की आवाज आई ।तो लड़के एकदम चौकन्ने हो गए एकदम से दौड़ कर बाहर आए ।और उन्होंने उस लड़की को देख लिया ।उसमें एक जना उसको पकड़ कर के और बंदूक निकाल कर मारने की धमकी देने लगा ।और बोला क्या देखा है।और क्या क्या सुना है। उसने कहा मैंने कुछ नहीं देखा ।क्योंकि उन लड़कों को विश्वास नहीं हुआ।इसलिए वह बोलते हैं तू हमारे बारे में सब कुछ जान गई है ।अब तेरा जिंदा रहना और तेरे परिवार का जिंदा रहना खतरे से खाली नहीं है ।इसलिए हम तेरे को और तेरे घर वालों को गोली मार देंगे ।

जैसे ही वह लोग उसको और उसके घर वालों को मारने के लिए बंदूक निकालते हैं ।

सही समय पर एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड की टीम वहां पहुंच जाती है। और सब को रंगे हाथों पकड़ लेती है।

जब उन लोगों के लैपटॉप और सामान की तलाशी ली गई तो उसमें तैयार बम के और लैपटॉप में उनको बम कहां-कहां लगाने थे उसका नक्शा था ।उन लोगों की जब और तलाशी ली गई ,और और मारपीट की गई ।और पूछा गया तो बहुत बड़ी साजिश सामने आई। जो पूरे महानगर को पाय माल करने वाली थी ।और हजारों लोगों को मारने वाली थी ।

उन दोनों भाई बहनों की और उनके पापा जी की मेहनत से और हिम्मत से एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ ।और साजिश नाकामयाब रही। लोगों ने उन सब लड़की की और भाई की बहुत तारीफ करी ।बाद में उनको वीरता पुरस्कार भी दिया गया ।सच ए हिम्मत है मददमदद ए खुदा।

सही समय पर उस लड़की ने हिम्मत नहीं दिखाई होती ।और उसके भाई को नीचे नहीं भेजा होता, तो इन लोगों की साजिश कामयाब हो जाती ।और बहुत लोगों की जान चली जाती। और देश का नुकसान भी होता। बच्चों की होशियारी से बच गया



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