मैं छह बजे उठी और कोई आश्चर्य नहीं, यह मेरा जन्मदिन था। मैं छह बजे उठी और कोई आश्चर्य नहीं, यह मेरा जन्मदिन था।
ये कहानी है एक ऐसी परंपराओं की जहाँ पर लड़कियों की ज़िन्दगी सिर्फ घर की चार दीवारी तक ही सीमित रहती है... ये कहानी है एक ऐसी परंपराओं की जहाँ पर लड़कियों की ज़िन्दगी सिर्फ घर की चार दीवारी...
मैने अपने प्यार की शुरुआत होड़ के साथ की थी तो अंजाम बुरा होना ही था। फिर भी मुझे इस बात का गम नही क... मैने अपने प्यार की शुरुआत होड़ के साथ की थी तो अंजाम बुरा होना ही था। फिर भी मुझ...
भगवान के भरोसे मत बैठिये क्या पता भगवान हमरे भरोसे बैठा होअगर इंसान चाहे तो अकेले ही क्या कुछ नहीं ... भगवान के भरोसे मत बैठिये क्या पता भगवान हमरे भरोसे बैठा होअगर इंसान चाहे तो अके...
मेरी तरफ और पिताजी की तरफ देखते हुए वह हालात की गंभीरता को परखने की कोशिश करता है। इतने में तो मिता ... मेरी तरफ और पिताजी की तरफ देखते हुए वह हालात की गंभीरता को परखने की कोशिश करता ह...
तुम्हें जब तक यह चिट्ठी मिलेगी शायद मैं इस दुनिया में नहीं रहूँगी। तुम्हें जब तक यह चिट्ठी मिलेगी शायद मैं इस दुनिया में नहीं रहूँगी।