Rajesh Sain

Others

1.4  

Rajesh Sain

Others

माँ की सीख

माँ की सीख

2 mins
10.1K


               

सुबह के चार बजे थे,अचानक फ़ोन की घंटी ने मेरी नींद को तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी ,सुबह के चार बजे फ़ोन आना किसी अनहोनी घटना के होने की ओर इशारा होता है,पापा का फ़ोन इस टाइम मेरे  हांथ एक दम से सुन हो गये थे |कई दिनों से माँ की तबियत ठीक नहीं चल रही थी,फ़ोन तो उठाओ मेरे पति राहुल ने कहा,हेलो पापा बेटा जितनी जल्दी हो सके आ जाओ,क्या हुआ पापा माँ ठीक तो है मैंने नम आँखों से कहा,आ जाओ पापा ने ये कहते हुए फ़ोन रख दिया था,में फूट-फूट कर रोने लगी,पागल मत बनो सम्भालो अपने आप को ,जल्दी करो घर चलना है ,राहुल ने मेरी और देखते हुए कहा|करीब 1 घंटे के सफ़र के बाद मैं घर पहुंची,माँ मैं आ गयी माँ ने मुश्किल से आंखे खोल के मेरी ओर देखा, बेटा तू ठीक तो है ये माँ ही पूछ सकती है ,खुद जिंदगी और मौत से जूझ रही है और अब भी अपनी औलाद की चिंता है,माँ मैं ठीक हूँ ,तुम परेशान मत हो जल्दी ठीक हो जाओ फिर बहार चलेंगे |बेटा मुझको पता है मेरे पास ज्यादा समय नहीं है ,ये बोलते हूँ माँ ने मेरे हांथ मे एक लेटर पकड़ा दिया,ये क्या है ?मैंने नम आंखों से कहा, बेटा ये मेरी अंतिम नसीहत है और जरुरी भी |अंतिम शब्द सुन कर मैं अपने आप पर से काबू खो चुकी थी ,माँ से लिपट कर फूट-फूट कर रोने लगी |पापा ने मेरे कंधे पर हाथ रखा बेटा बस कर वो जा चुकी है,आज मेरी सहेली,मेरी शिक्षक,मेरी माँ मुझको छोड़ कर जा चुकी थी,ऐसा लगा मेरे शरीर का कुछ हिस्सा मुझसे अलग हो चूका था,अंतिम संस्कार के बाद मैंने माँ का लेटर खोला,लिखा था " मेरी प्यारी बेटी जब तुम ये लेटर पढ़ रही होंगी तब में शारीरिक रूप से तुमसे अलग हो चुकी होंगी, लेकिन मेरी सीख ,मेरे संस्कार हमेशा तुम्हे मेरे होने का आभास दिलाते रहेंगे मेरी तीन नसीहत है|"

१-माँ बाप के बाद मायका भैया और भाभी से होता है कभी लेने और देने के बीच प्यार को मत आने देना

२-तुम ऐसी बनना जैसे तुम अपनी बेटी को बनाना चाहती हो,क्योंकि तुम आने वाली माँ हो , मैं बीते हुए कल की बेटी

३-एक औरत की पहचान उसके त्याग,ममता,और प्यार से ही होती है जो हमेशा बनाये रखना|            अगले जन्म में मैं  तुम्हारी बेटी बन के आना चाहती हूँ, तुममे आने वाली माँ देखना चाहती हूँ|

तुम्हारी माँ


Rate this content
Log in