writer
Share with friendsशबनम ने उसको एक कमरे में जाने की और इशारा किया वो रोती रही , गिड़गिराती रही लेकिन शबनम कहा उस कसाई की तरह रुकने वाली थी ,...
Submitted on 08 Jul, 2017 at 06:20 AM
ऐसी कहानी जिसके रास्तो पर ना मुश्किलें टिक सकीं और मजबूत इरादों के सामने कुदरत को भी घुटने टेकने पड़े "
Submitted on 13 Apr, 2017 at 05:28 AM
तन्हाई जब हद से गुज़र जाये ,भरा पुरा इंसानभी खुद को भिखारी समझने लगता है और तब एक सवाल कि भिखारी भिखारी को क्या दे सकता...
Submitted on 12 Apr, 2017 at 07:40 AM