Shanti Prakash

Others

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क्या वो ठीक थी

क्या वो ठीक थी

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हेलो ! हाय,

मैं कोई लेखक नहीं, पर, पता नहीं क्यों लिखने का मन करता है। आपसे बात करने का मन करता है। सोचा कि चलो लिखने की कोशिश करता हूं ताकि, आप, आप, और आप सब मुझे गाइड कर सको कि क्या मैं ठीक सोच रहा हूं, क्या मैं ठीक लिख रहा हूं ओर क्या मैं लिख सकता हूं।

यह बात सिर्फ 4 साल पुरानी है। मैं आईपी सेक्टर में काम करता था। शाम को घर आते हुए एक कॉफी हाउस में कार्नर की टेबल के ऊपर लैपटॉप रख और कॉफी का कप मंगा कर कुछ ढूंढने का या पता नहीं, किस का और क्यों इंतजार का एहसास सा होने लगा।

यति नाम है उसका I मैं और वो दोनों अलग अलग कंपनी में काम करते थे। धीरे धीरे आपसी सम्बन्ध दोस्ती से कुछ ज्यादा होने लगे। दो थाली खाना मँगाने के बदले अब एक ही थाली में खाने लग गए थे।

मुझे लगने लगा हम में प्यार हो गया है और में उसे बहुत बहुत चाहने लगा हूँ. उस के लिए कुछ भी कर सकता हूँ, एक घर बनाऊंगा, उसे हर ख़ुशी दूंगा।

बस फिर, उस दिन 4 साल पहले, हर रोज की तरह शाम को हम यहीं मिल थे। वो बहुत खुश थी। आते ही बिना कुछ सोचे मेरे गले लग गई और बहुत उन्माद में बोली, पता है, आज तुम्हारे लिए एक अप्रत्याशित बात है।

भाई, आप, आप, और आप सब यह सोच भी नहीं सकते कि, पलक झपकते ही मैंने कितने और कैसे कैसे सपने देख लिए होंगे, अपने प्यार की चाहतों के लिए। और फिर अपने को संतुष्ट करने के लिए मैंने पूछ ही लिया, और फिर क्या और कब का प्रोग्राम है, जल्दी से बता यति, यति मेरे से और इंतज़ार नहीं हो रहा है। 

हाँ जी, हेलो, तुम इतने परेशान क्यों हो रहे हो। यार बताती हूं, क्या बात है क्यों परेशान हो रहे हो, बहुत मजे की बात है। मेरा ना अगले महीने वीजा लगने वाला है, मैं फ्रांस जा रही हूं और पता है कितने टाइम के लिए........ 4 साल के लिए।

4 साल के लिए जा रही हो तुम…… ?

 जी हां…….. हां जी…..!

यार मेरा क्या होगा ? मैं क्या करूं, बताओ…… मैं तुमसे...... मैं तुमसे शादी करने की सोच रहा हूं। 4 साल के लिए …..ऐसा थोड़ी ना होता है, तुम्हें पता है ना.... मैं तुम्हें कितना प्यार करता हूं। फिर भी, यार ऐसे नहीं कर प्लीज ...।

हेलो क्या कर और क्या कह रहे हो.. तुम ? यह मेरे कैरियर का सवाल है, मेरे भविष्य का सवाल है पता है ना तुम्हें... !

फिर भी तुम चाहते हो कि मैं ना जाऊं यह कैसा प्यार है तुम्हारा। यति बोलती जा रही थी, मुझे तो लगता है, यह प्यार, यह तुम्हारा प्यार ...तुम्हारे लिए ही ज्यादा है। मेरे लिए नहीं। तुम मुझे मेरे लिए प्यार नहीं करते, वास्तव में तुम मुझे अपने लिए प्यार करते हो।

क्या कह रही हो तुम यति ..? मैं तुम्हें प्यार नहीं करता...?

छोड़ो जाने दो इन बातों को... मैं चलती हूं। शायद तुम्हें कभी मेरी बात समझ में आए की तुम मुझे प्यार मेरे लिए नहीं अपने लिए करते हो।

और उसी वक्त यति वहां से चली गई और मेरे लिए छोड़ गई एक सवाल :-

क्या यति ठीक थी....?             

क्या आप, आप, और आप सब भी उससे सहमत हैं...?



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