ये सुनकर मंजरी उस कुटिया की ओर लपकी कि देवांश ने उसकी बाँह पकड़कर रोक लिया ये सुनकर मंजरी उस कुटिया की ओर लपकी कि देवांश ने उसकी बाँह पकड़कर रोक लिया
उनके हटते ही देवांश और मंजरी ने एकदूसरे को गले लगा लिया..... उनके हटते ही देवांश और मंजरी ने एकदूसरे को गले लगा लिया.....
इस प्रकार उस बालक की समस्या का हल करके परिलोक मई खुशी वापस आगाई। इस प्रकार उस बालक की समस्या का हल करके परिलोक मई खुशी वापस आगाई।