नागो का जो पूर्व की भांति बाँह पकड़ कर उन्हें उठाते और बोलते रो मत पगली मैं हूँ न। नागो का जो पूर्व की भांति बाँह पकड़ कर उन्हें उठाते और बोलते रो मत पगली मैं हूँ ...
विवेक और नूपुर की मम्मी हैरानी से उन्हें देख रहे थे। विवेक और नूपुर की मम्मी हैरानी से उन्हें देख रहे थे।
ये सुनकर मंजरी उस कुटिया की ओर लपकी कि देवांश ने उसकी बाँह पकड़कर रोक लिया ये सुनकर मंजरी उस कुटिया की ओर लपकी कि देवांश ने उसकी बाँह पकड़कर रोक लिया