दोस्ती-2
दोस्ती-2


आज रुहान के घर पर फ्रेंड्स फॉरएवर ग्रुप की एक छोटी सी पार्टी थी अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी करने की खुशी में। इस पार्टी में उसके चार दोस्त राहुल, रक्षित, इयान और प्रत्यक्ष आये थे। कमरे में होम थियेटर पर गाने बज रहे थे। चारों दोस्त रुहान के घर की सजावट देखकर हैरान हो रहे थे और इसके बारे मे आपस में बात कर रहे थे। कमरे में शोरगुल मचा हुआ था।
“अरे यार, तूने तो कमाल की डेकोरेशन करवाई है आज की पार्टी के लिए।” इयान ने गिलास में से जूस का घूंट भरते हुए कहा।
“हाँ यार, तीन साल से किताबों और प्रेक्टिकल के चक्कर में जिंदगी क्या होती हैं भूल ही गये थे।” रक्षित ने इयान की तरफ देखा।
“प्रोफेसर अकड़ू के बोरिंग लेक्चर्स, उफ। अब दोबारा उनका लेक्चर सुनने को नहीं मिलेगा। थैंक गॉड।” राहुल ने आहे भरते हुए सोफे पर सिर टिकाया।
“हाँ क्यो नहीं। स्कूल से लेकर कॉलेज तक एक तू ही तो टॉपर ऑफ द नेशन था। अरे भाई शुक्र मना रुहान का जिसकी नकल करके तू सेकेंड तो आ जाता था एग्जाम में।” प्रत्यक्ष ने हंसते हुए कहा तो वहाँ मौजूद सभी लोगों की हंसी छूट गई।