आख़िरी बार हसरत से उसने एक-एक शब्द पढ़ा और उस पर हौले से अपनी उँगलियाँ भी फेरी। आख़िरी बार हसरत से उसने एक-एक शब्द पढ़ा और उस पर हौले से अपनी उँगलियाँ भी फेरी।
और फिर..फिर से... एडिट कर के लिख दिया.. मेरी माँ ! और फिर..फिर से... एडिट कर के लिख दिया.. मेरी माँ !