डर
डर
अनाज को लेकर एक वन पक्षी जा खा रहा था। शेर, बाघ, तेंदुआ सभी तरह से चला गया। फिर कुत्ता, बिल्ली के पास गया। लेकिन आखिरकार, एक आदमी आया,
पक्षी थोड़ी देर नहीं पहुंचा। यह सिर्फ इतना हुआ कि एक आदमी यह देख कर डर गया।
एक दिन, आदमी ने पूछा, "सब कुछ से नहीं डरते मगर मुझसे क्यूॅं डरते है?
तुम मुझसे क्यों डर रहे हो?”
वह पक्षी भय चिंता से, “ये सभी जानवर एक प्रजाति से बंधे है। शेर मार डालेगा, लोमड़ी धोखा देगी। कुत्ता काटेगा, कुत्ते का काटना स्वाभाविक है। लेकिन आदमी पता नहीं की कब क्या करता है। इसीलिए चिड़िया ने कहा डर!”