STORYMIRROR

Dr. Chanchal Chauhan

Children Stories

2  

Dr. Chanchal Chauhan

Children Stories

बचपन की गहरी याद

बचपन की गहरी याद

1 min
180

आज भी यादें गहरी है बचपन की ।जब मिट्टी के बीच पेड़ो के पास खेला करते थे । वो यमुना का किनारा और रेत का एकदूसरे पर फेंकना रेत का घर बनाना ।पेड़ पर झूला झूलना तो कभी एकदूसरे को पकड़ना ।कभी कभी सुबह की पहली किरण के साथ संध्या की लालिमा तक। ऐसा है बचपन का आनंद। कोई परवाह चिंता नहीं बस निर्विचार ।आज भी याद कर बचपन मे लौट जाने का जी करता है ।पर आज दुनिया बदल गई है।डिजिटल दुनिया के बीच अपने बच्चों में मैं अपनी पुरानी याद और अपनत्व प्यार को हमेशा साझा करती हूँ।


Rate this content
Log in