STORYMIRROR

Vandana Bhatnagar

Others

2  

Vandana Bhatnagar

Others

आन्तरिक सुन्दरता

आन्तरिक सुन्दरता

1 min
583

शशांक अपनी माँ के साथ अपने लिए क‌ई लड़कियों को देखकर आया और घर आकर अपनी माँ से बोला मुझे तो सुहानी ही सबसे अच्छी लगी। एकदम गोरी-चिट्टी एवं ढंग से सजी संवरी।

शशांक की माँ की नज़र बहुत पारखी थी। वो बोलीं मैने उसे बहुत नज़दीक से देखा था बहुत हैवी मेकअप करा रखा था। बाहरी सुंदरता एक धोखा हो सकता है। मुझे तो अनन्या ही पसंद है भले ही सांवले रंग की है पर गुणों की खान है। आन्तरिक सुन्दरता ही वास्तविक सुंदरता है। शशांक भी अपनी माँ की बात से सहमत था।


Rate this content
Log in