शान-ए-अवध होटल से सपरिवार डिनर करके निकले प्रोफेसर धर्मात्मा...जैसे किसी उच्चवर्गीय व्यवसायी हों...!... शान-ए-अवध होटल से सपरिवार डिनर करके निकले प्रोफेसर धर्मात्मा...जैसे किसी उच्चवर्...
‘‘अंगुरी में डंसले बा नगिनियाँ, हमरा पिया के बलाई द ....ऽ....ऽ....ऽ ! अंगुरी में डंसले बा नगिनियाँ, ... ‘‘अंगुरी में डंसले बा नगिनियाँ, हमरा पिया के बलाई द ....ऽ....ऽ....ऽ ! अंगुरी में...
जनवरी की गुनगुनी शाम ढल रही थी, सुबह से बोहनी नहीं हुई, श्यामा देवी गद्दी पर बैठी असहनीय ऊब का अनुभव... जनवरी की गुनगुनी शाम ढल रही थी, सुबह से बोहनी नहीं हुई, श्यामा देवी गद्दी पर बैठ...