जनवरी की गुनगुनी शाम ढल रही थी, सुबह से बोहनी नहीं हुई, श्यामा देवी गद्दी पर बैठी असहनीय ऊब का अनुभव... जनवरी की गुनगुनी शाम ढल रही थी, सुबह से बोहनी नहीं हुई, श्यामा देवी गद्दी पर बैठ...