"तुमसे दोस्ती करना मेरे लिए जीते जी खुदकुशी करना होगा, पर क्या मुझसे प्यार करके तुम जी पाओगी ? "
भूल तक गये होंगे इस पगली को, पर हम कैसे भूले। हमारी बात ओर है हमने तो मोहब्बत की है।
मिशन सक्सेसफुल ....अपना टाइम आ गया मम्मा…..।
“तुम न आए तो क्या सहर न हुई हाँ मगर चैन से बसर न हुई"....
आज उसे कुछ समझ नहीं आ रहा।इतनी बेचैनी क्यों है मन में ।
मिट्ठू की शैतानी ने उसे खिलखिलाहट में बदल दिया।