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अनीता मिश्रा सिद्धि
हजारीबाग ।
झारखण्ड ।
12/10/2019
मंगलवार
आओ तुम्हें मैं छुपा लूँ , सारी दुनियाँ से ।
तुम्हें जानती हूँ किसी से भी तुम खराब बर्ताव नहीं करते। तुम्हारीं आत्मा की आवाज बस सोलमेट यही कहती है। प्यार से ही दुनियाँ को बदला जा सकता है।
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