अच्छा हो या बुरा, परोपकार कर या दुष्टता कर्म का फल है मिलता अच्छा हो या बुरा, परोपकार कर या दुष्टता कर्म का फल है मिलता
सब कुछ अपने मन का कर ले ये मनुष्य के हाथ में नहीं ,कर्म ही है अपने हाथ में फ़ल सदैव ईश्वर के हाथ मे... सब कुछ अपने मन का कर ले ये मनुष्य के हाथ में नहीं ,कर्म ही है अपने हाथ में फ़ल ...