कीतने मदहोश हो जाते थे वो निगाहें देख कर। कीतने मदहोश हो जाते थे वो निगाहें देख कर।
होश मे थे हम हमे बेहोश कर गये होश मे थे हम हमे बेहोश कर गये
दिल-ए-कारवाँ सौ जिम्मेदारियाँ लेकर जीता है, पर तन्हाईयों का तेरी अभी बोझ उठाना बाकी है दिल-ए-कारवाँ सौ जिम्मेदारियाँ लेकर जीता है, पर तन्हाईयों का तेरी अभी बोझ उठान...