उम्मीदों का हथियार लिए बस दौड़ पड़ू ना थम पाऊं! उम्मीदों का हथियार लिए बस दौड़ पड़ू ना थम पाऊं!
तब वह खुश-खुश, उदास-उदास सी लड़की मुझसे पूछती है, "दो पेन है क्या?" तब वह खुश-खुश, उदास-उदास सी लड़की मुझसे पूछती है, "दो पेन है क्या?"