उड़ान तो भरना चाहती हूँ मैं, पर पंख काट दिऐ जाते हैंं मेरे पर मन में एक आशा है, आसमान तक पहुँचने क... उड़ान तो भरना चाहती हूँ मैं, पर पंख काट दिऐ जाते हैंं मेरे पर मन में एक आशा है,...
बैठती हूँ एक कोठरी में लेकर कागज़ कलम, लिखती हूँ, मिटाती हूँ, कुछ सच, कुछ वहम। बैठती हूँ एक कोठरी में लेकर कागज़ कलम, लिखती हूँ, मिटाती हूँ, कुछ सच, कुछ वहम।