ये हुनर गर हो सीखना तो मोहब्बत से सीखना ! ये हुनर गर हो सीखना तो मोहब्बत से सीखना !
आज फिर मेरे हाथ एक इतवार आया है। आज फिर मेरे हाथ एक इतवार आया है।
जरा सोचिए आज के बचपन में,"क्या हम अपना बचपन ढूंढ पाते हैं?" जरा सोचिए आज के बचपन में,"क्या हम अपना बचपन ढूंढ पाते हैं?"