रुकने का सरोकार नहीं पूर्ण क्षमता और प्रयास से रुकने का सरोकार नहीं पूर्ण क्षमता और प्रयास से
हम हौसले बुलंद रखें, हर हाल हरदम। खुशियां मिलें चाहे मिलें, कोटि-कोटि गम।। हम हौसले बुलंद रखें, हर हाल हरदम। खुशियां मिलें चाहे मिलें, कोटि-कोटि गम।।