टुकड़े टुकड़े हैं सब, इन टुकड़ों में कहीं खोई है उम्मीद उठा लो कुछ टुकड़े और जोड़ लो, हो जाऊँ मैं त... टुकड़े टुकड़े हैं सब, इन टुकड़ों में कहीं खोई है उम्मीद उठा लो कुछ टुकड़े और जो...
कभी अपना वजूद न जान पाई, कभी बेड़ियां तोड़ न पाई। कभी अपना वजूद न जान पाई, कभी बेड़ियां तोड़ न पाई।