उस नज़र के बाद हम किसी नज़र के ना रहें। उस नज़र के बाद हम किसी नज़र के ना रहें।
मंज़िलों की लाश ये कर रही तलाश है बेखबर सा हुस्न है इश्क से जुदा कहीं मंज़िलों की लाश ये कर रही तलाश है बेखबर सा हुस्न है इश्क से जुदा कहीं