जानूँ ! सारी !! मुझे देर हो गई !’ प्रीति पर्व की लो ढेरों बधाई !! जानूँ ! सारी !! मुझे देर हो गई !’ प्रीति पर्व की लो ढेरों बधाई !!
हर एक हार की दिलासा में तो एक चुम्बन तुम्हारा हो। हर एक हार की दिलासा में तो एक चुम्बन तुम्हारा हो।