देखें जिधर नज़रें उठा फैली मुस्कान उधर हो। देखें जिधर नज़रें उठा फैली मुस्कान उधर हो।
यह विमोचन काफी था, यह स्वर्ग काफी था। यह विमोचन काफी था, यह स्वर्ग काफी था।