ऐ मुतरिब! इन बेजान लफ़्ज़ों में जान ला, आ ये महफ़िल सजी है कोई गीत तो गा! ऐ मुतरिब! इन बेजान लफ़्ज़ों में जान ला, आ ये महफ़िल सजी है कोई गीत तो गा!