क्योंकि यहाँ कायरता की जगह हिंसा ही सर्वश्रेष्ठ है। यही तो है बापू की अहिंसा का मूलभाव क्योंकि यहाँ कायरता की जगह हिंसा ही सर्वश्रेष्ठ है। यही तो है बापू की अहिंसा ...