धरती बने अपनी स्वर्ग समान दयाधर्म से भरा हो हृदयभाव। धरती बने अपनी स्वर्ग समान दयाधर्म से भरा हो हृदयभाव।
कैसे चलेगा फ़ूलों पर तू कर परिवर्तन उसूलों पर तू। कैसे चलेगा फ़ूलों पर तू कर परिवर्तन उसूलों पर तू।