सरगमों के संग छनन छन महकी मेरी ख्वाहिशें। सरगमों के संग छनन छन महकी मेरी ख्वाहिशें।
क्या है ये दर्द... अपना भी है, बेगाना भी है, असहनीय भी है, और प्यारा भी है, हम सभी तो इन्ही दर्दो... क्या है ये दर्द... अपना भी है, बेगाना भी है, असहनीय भी है, और प्यारा भी है, ह...