इस बुरे वक्त के दौर में भुलाने का सामान तो है मेरे पास इस बुरे वक्त के दौर में भुलाने का सामान तो है मेरे पास
वो मंदिरों में बजती मधुर घंटियाँ जंगली फूलों की खिलती कलियां। वो मंदिरों में बजती मधुर घंटियाँ जंगली फूलों की खिलती कलियां।