अपनी खुशियों के लिए ,अपने को उन्मुक्त गगन में उड़ने देती हूं।। अपनी खुशियों के लिए ,अपने को उन्मुक्त गगन में उड़ने देती हूं।।
फिर भी तुम्हें ये ज्यादा लग रहा है तो कोई बात नहीं, फिर भी तुम्हें ये ज्यादा लग रहा है तो कोई बात नहीं,