आज क्या हुआ तुझे, क्या कहती है तुझे कैसे समझाऊं बस तू ही दिल मे रहती है. आज क्या हुआ तुझे, क्या कहती है तुझे कैसे समझाऊं बस तू ही दिल मे रहती है.
पर, तू अपने हाथों में कोई खंजर ना उठा लेना। पर, तू अपने हाथों में कोई खंजर ना उठा लेना।