क्यों ना खुलकर हम भी जी लें एक बार, जाने फिर कभी कल हो ना हो क्यों ना खुलकर हम भी जी लें एक बार, जाने फिर कभी कल हो ना हो
तेरे सामने करती जी भर कर अपना अभ्यास, बताती है ठीक है या करना होगा और प्रयास तेरे सामने करती जी भर कर अपना अभ्यास, बताती है ठीक है या करना होगा और प्रयास