काश, मैं बादलों का समूह होती, झिर झिर झिर झिर बारिश होती सर से पाँव तक - सिर्फ बारिश। काश, मैं बादलों का समूह होती, झिर झिर झिर झिर बारिश होती सर से पाँव तक -...
बिरहन के मारे दिल को भला और क्या लगे नागिन सी आज बैरी ये काली घटा लगे! बिरहन के मारे दिल को भला और क्या लगे नागिन सी आज बैरी ये काली घटा लगे!