वफादारी और भी बहुत कुछ जो जा सकता था सीखा वफादारी और भी बहुत कुछ जो जा सकता था सीखा
सबेरे उठ के एक बार दौड़ लगाओ, तन मन को बल दे के फुर्ती बढ़ाओ l सबेरे उठ के एक बार दौड़ लगाओ, तन मन को बल दे के फुर्ती बढ़ाओ l