कलम से अपनी प्रीत निभा हार को अपनी जीत बना। कलम से अपनी प्रीत निभा हार को अपनी जीत बना।
तेरी दहलीज से रुखसत होऊंगी अर्थी पर लेटकर जाऊंगी। तेरी दहलीज से रुखसत होऊंगी अर्थी पर लेटकर जाऊंगी।