खुशियां भी हमारी हमसे नही है, न जाने ख़फ़ा सी वो क्यूँ हो रही है। खुशियां भी हमारी हमसे नही है, न जाने ख़फ़ा सी वो क्यूँ हो रही है।
मिलें मुश्किलें तो न घबराइएगा, जो शक्ति मिले तो न इतराइएगा मिलें मुश्किलें तो न घबराइएगा, जो शक्ति मिले तो न इतराइएगा