ये हरी भरी वसुंधरा हमारी निगहबान है, रंग भिन्न ,भाषा भिन्न और बोली भी भिन्न है। सबक ये हरी भरी वसुंधरा हमारी निगहबान है, रंग भिन्न ,भाषा भिन्न और बोली भी भिन्न ह...
वो आँखों में आया जब अँधेरा हुआ, आँखों में रह गया एक सपना बनकर। वो आँखों में आया जब अँधेरा हुआ, आँखों में रह गया एक सपना बनकर।