जिंदगी के दोराहे को जी चुका हूँ मैं हाँ ,अपने वजूद को खो चुका हूँ मैं, बहुत निष्ठुर जिंदगी के दोराहे को जी चुका हूँ मैं हाँ ,अपने वजूद को खो चुका हूँ मैं, ब...
रेगिस्तान बने दिल की जमीं पर नमी, जैसे सदियों पुरानी बहार का लौटना था। रेगिस्तान बने दिल की जमीं पर नमी, जैसे सदियों पुरानी बहार का लौटना था।