अगर तुम कह भी देती हो तो तुम्हें दबाया जाता है, अगर तुम कह भी देती हो तो तुम्हें दबाया जाता है,
लेकिन कहीं ना कहीं इस बात का डर भी था कुछ भूली बिसरी यादें जो मैं छोड़ आया था लेकिन कहीं ना कहीं इस बात का डर भी था कुछ भूली बिसरी यादें जो मैं छोड़ आया था